भारत निर्वाचन आयोग: चुनाव प्रक्रिया की रीढ़

Election Commission of India भारत निर्वाचन आयोग जीसे भारत देश में चुनाव प्रक्रिया की रीढ़  ही नही बल्कि नागरिकों के मूलभूत अधिकार संरक्षण भी करता है। यह एक संविधानिक निकाय है जो हमारे सबसे उपर सभी कायदे कानून से उपर है । इसकी स्थापना 25 जनवरी 1950 की दीन हुई थी और ईसका मुख्यालय: नई दिल्ली, भारत में स्थित है। भारत में संघ एवं राज्‍य निर्वाचन प्रक्रियाओं का संचालन करने के लिए उत्तरदायी है।निर्वाचन आयोग भारत में लोक सभा, राज्‍य सभा, राज्‍य विधान सभाओं, देश में राष्‍ट्रपति एवं उप-राष्‍ट्रपति के पदों के लिए निर्वाचनों का संचालन करता है।

हमारे देश के संविधान के अनुच्छेद 324 में Election Commission of India का उल्लेख कीया गया है । वर्तमान में मुख्य चुनाव आयुक्त (2025 तक): ग्यानेश कुमार है।  जीनकी नियुक्ति केंद्र सरकार के द्वारा की गई है Chief Election Commissoner of India की नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री ज़िं कीं अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया जाता है जो उनको नियुक्त करती है। ग्यानेश कुमार जी ने राजीव कुमार का स्थान लीया है। ग्यानेश कुमार 1988 बैच के केरल कैडर के IAS अधिकारी हैं और तीन सदस्यीय आयोग के अन्य दो आयुक्तों से वरिष्ठ हैं, जिसकी अध्यक्षता अब तक राजीव कुमार कर रहे थे।

  • भारत निर्वाचन आयोग का मुख्य कार्य I Election Commission India Primary Functions
Election Commission of India
Election Commission of India

निम्नलिखित चुनावों का आयोजन करना:

  1. Election Commission of India लोकसभा (संसद का निचला सदन) चुनाव का आयोजन करता है।
  2. राज्यसभा (संसद का उच्च सदन) चुनाव का आयोजन
  3. राज्य विधानसभाएं और विधान परिषदें में लोकप्रतिनिधी और चेरमेन का चयन करता है।
  4. भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के पद के लिए चुनाव का आयोजन करता है।

ईसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग मतदाता सूची तैयार करना और उसे ताजा  करना, चुनाव प्रचार, खर्च और आचार संहिता की निगरानी करता है। राजनीतिक दलों को मान्यता और चुनाव चिन्ह भी आयोग द्वारा दिया जाता है। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव का आयोजन सुनिश्चत करना भी आयोग करता है।

  • भारत निर्वाचन आयोग संरचना I Election Commission India
  1. मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner) जो आयोग के प्रमुख होते है अभी के समयमें ग्यानेश कुमार मुख्य चुनाव आयुक्त है।
  2. Election Commission of India में अन्य निर्वाचन आयुक्त 2 होते है जो  वर्तमान मे डॉ. सुखबीर सिंह संधु और डो विविके जोशी आयोग में  सदस्य है।
  3.  मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुकत का कार्यकाल 6 वर्ष या 65 वर्ष की आयु जो पहले हो वो होता है।
  • Election Commission of India की मुख्य पहल
  1. SVEEP

SVEEP (Systematic Voters’ Education and Electoral Participation): मतदाता जागरुकता के लिए कार्यक्रम है, जिसका पुरा नाम सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता है। भारत निर्वाचन आयोग द्वार ईसका एक स्लोगन भी दिया गया है जो है “मजबूत लोकतंत्र-सबकी भागीदारी”

Systematic Voters’ Education and Electoral Participation भारत में शिक्षा, प्रचार जागरुकता का प्रचार-प्रसार करने एवं मतदाता की जानकारी बढ़ाने के लिए एक प्रमुख पहल है।

इसका मुख्य उदेश्य निर्वाचनों के दौरान सभी पात्र नागरिकों को मत देने और जागरुक निर्ण्य के प्रोत्साहित करता है, ईसके साथ सहभागी लोकतंत्र का निर्माण करना भी लक्ष्य है।

अगर आप स्विप के बारे में और जानना चाहतें हे तो यहा पर अधिकारीक लिंक दी गई है आप और ज्यादा माहिती ले सकते है।

2. VVPAT

वोटर वेरीफायबल पेपर ऑडिट ट्रेल वोट की पुष्टी करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वा शुरु की हुई एक पहल है जिसका पुरा नाम Voter Verifiable Paper Audit Trail है।

अगर आप इसके बारे में अधिक माहिती चाहते हे तो आपको यहां से मिल सकती है इस अधिकारीक लिंक से VVPAT

3. cVIGIL App

आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत दर्ज करने के लिए आयोग के द्वारा इस एपलीकेशन को लोंच किया गया है। फास्ट-ट्रेक कम्पलेन रिसेप्शन और निवारण प्रणाली बनने की उम्मीद भारत निर्वाचन आयोग द्वारा की जा रही जो देखा जाय तो काफी हफ तक उम्मीद पे खरा उतर रही है।

अगर इस एप के बारे में और जानना चाहतें हो तो निचे दिये गए अधिकारीक विडीयो से जान सकते हो।

4. EPIC CARD

यह एक इलेक्ट्रॉनिक वोटर आईडी कार्ड है मतदाता पहचान पत्र का डिजिटल संस्करण है।

  • Election Commission of India कानूनी आधार
  1. जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951
  2. परिसीमन आयोग अधिनियम
  3. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव अधिनियम

भारत निर्वाच आयोग द्वारा पहेला आम चुनाव सन 1951-52 में किया गया था। सन 2019 के लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत लगभग 67.4% था और सन 2024 तक रजिस्टर्ड मतदाता 96 करोड से भी ज्यादा हो गए है। हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। युवाओं और नए मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरुक बनाने के लिए।

  • भारत निर्वाचन आयोग की स्वतंत्रता और निष्पक्षता

Election Commission of India एक स्वतंत्र और बंधारणीय एकम है, जो किसी भी राजनीतिक दबाव से मुक्त होता है।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त को केवल संसद के माध्यम से महाभियोग की प्रक्रीया के द्वारा हटाया जा सकता है (सुप्रिम कोर्ट के न्यायाधीश की तरह)।

अक्सर पुछे जाने वाले सवाल (FAQ)

Q1: भारत निर्वाचन आयोग क्या है?

उत्तर: यह एक संवैधानिक निकाय है जो देश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनावों का आयोजन करता है। इसका गठन25 जनवरी 1950 को हुआ था।

Q2: भारत में मुख्य निर्वाचन आयुक्त कौन है?

उत्तर: जून 2025 से भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री ग्यानेश कुमार है। उन्होनें श्री राजीव कुमार का स्थान लिया है।

Q3: भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य कार्य क्या है?

उत्तर: 

  1. लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति के चुनाव करवाना
  2. मतदाता सूची तैयार करना
  3. आदर्श आचार संहिता की निगरानी रखना
  4. राजनीतिक दलों को मान्यता देना और चुनाव चिन्ह आवंटित करना

Khabar Global पर प्रकाशित यह लेख केवल सूचनात्मक और शैक्षिक उद्देश्य के लिए लिखा गया है। इसमें दी गई सभी जानकारियाँ विश्वसनीय सार्वजनिक स्रोतों भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर आधारित हैं। हमारा उद्देश्य पाठकों को भारत निर्वाचन आयोग की संरचना, कार्यप्रणाली और हालिया बदलावों के बारे में तथ्यात्मक जानकारी देना है, ना कि किसी संस्था या व्यक्ति की छवि को प्रभावित करना। हम अपने पाठकों को निष्पक्ष और सटीक जानकारी देने का प्रयास करते हैं। यदि आपको किसी जानकारी में त्रुटि दिखाई देती है, तो कृपया हमसे संपर्क करें – हम शीघ्र सुधार करेंगे।

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