ईरान और Strait of Hormuz: विश्व का सबसे संवेदनशील तेल मार्ग 2025

ईरान और Strait of Hormuz: विश्व का सबसे संवेदनशील तेल मार्ग

ईरान Strait of Hormuz या ईरान स्ट्रेट ऑफ होर्मुज़ विश्व का सबसे रणनीतिक और महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों में से एक है। यह एक संकरा समुद्री मार्ग है जो फारस की खाड़ी को ओमान की खाड़ी और अरब सागर से जोड़ता है। इस मार्ग की भौगोलिक स्थिति और ईरान की इसमें भूमिका वैश्विक राजनीति और ऊर्जा आपूर्ति के लिहाज़ से बेहद महत्वपूर्ण बन जाती है।

  • Strait of Hormuz कहाँ स्थित है?

Strait of Hormuz ईरान के दक्षिण में और ओमान व संयुक्त अरब अमीरात के उत्तर में स्थित है। इसकी चौड़ाई सबसे संकरी जगह पर मात्र 33 किलोमीटर है, जबकि वास्तव में जहाजों के चलने योग्य मार्ग लगभग 3-3 किलोमीटर के दो हिस्सों में विभाजित हैं, जिनके बीच एक 2 किलोमीटर का बफर ज़ोन होता है।

यह जलमार्ग फारस की खाड़ी से बाहर निकलने का एकमात्र समुद्री रास्ता है। यानी, इस क्षेत्र के देश जैसे सऊदी अरब, इराक, ईरान, कुवैत और यूएई अपना ज्यादातर तेल और गैस का निर्यात इसी मार्ग से करते हैं।

  • विश्व की ऊर्जा नाड़ी

दुनिया की लगभग 20% कच्चे तेल की आपूर्ति और करीब 30% तरल प्राकृतिक गैस (LNG) का आवागमन इसी मार्ग से होता है। औसतन 17 मिलियन बैरल प्रतिदिन का तेल इस संकरे जलमार्ग से होकर गुजरता है।

इसका अर्थ है कि अगर ईरान Strait of Hormuz में कोई अवरोध उत्पन्न हो जाए—चाहे वह युद्ध हो, समुद्री डकैती हो या राजनीतिक तनाव—तो इसका असर सीधे विश्व की तेल कीमतों और आर्थिक स्थिरता पर पड़ता है।

  • ईरान की भूमिका और रणनीति

ईरान इस जलमार्ग के उत्तरी तट पर स्थित है और इसकी रणनीतिक पकड़ के चलते यह अक्सर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करता है। समय-समय पर, खासकर जब पश्चिमी देश उस पर प्रतिबंध लगाते हैं, ईरान यह धमकी देता है कि वह Strait of Hormuz को बंद कर देगा

ईरान की नौसेना और विशेष रूप से IRGC (Islamic Revolutionary Guard Corps) इस क्षेत्र में अभ्यास करती रहती है। उनके पास निम्नलिखित सैन्य क्षमता है:

  1. तेज़ गश्ती नौकाएँ
  2. पनडुब्बियाँ
  3. तटीय मिसाइलें
  4. समुद्री माइनें

इन सबके ज़रिये ईरान यह संदेश देना चाहता है कि वह इस क्षेत्र में प्रभावी रूप से नियंत्रण रख सकता है।

  • अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य उपस्थिति

इस क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए यहाँ पर अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन जैसे देशों की नौसेनाएं नियमित गश्त करती हैं। अमेरिका की पाँचवीं बेड़ा (Fifth Fleet) बहरीन में स्थित है और वह ईरान के किसी भी आक्रामक कदम पर तुरंत कार्रवाई कर सकती है।

कुछ प्रमुख घटनाएं:

  1. 2019 में ईरान ने एक अमेरिकी ड्रोन को गिरा दिया था, जिससे तनाव बढ़ गया था।
  2. उसी साल ईरान ने ब्रिटिश तेल टैंकर को जब्त कर लिया था।
  3. कई बार टैंकरों पर हुए माइन अटैक ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है।

  • रणनीतिक संदेश का माध्यम

ईरान Strait of Hormuz को एक रणनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल करता है। जब भी उस पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ता है, वह इस जलमार्ग की सुरक्षा को लेकर चेतावनी देता है। यह उसके लिए राजनयिक दबाव का माध्यम है।

हालांकि, पूरी तरह से जलमार्ग को बंद करना ईरान के लिए भी हानिकारक होगा क्योंकि उसका निर्यात भी इसी रास्ते से होता है। इसलिए ये धमकियाँ ज़्यादातर राजनीतिक दबाव बनाने के उद्देश्य से होती हैं।

  • विकल्प की तलाश: Strait of Hormuz पर निर्भरता कम करने की कोशिशें

कई देशों ने Strait of Hormuz पर निर्भरता कम करने के लिए वैकल्पिक मार्गों पर काम किया है:

  1. सऊदी अरब और UAE ने ऐसे पाइपलाइन बनाए हैं जो तेल को सीधे लाल सागर (Red Sea) तक ले जाते हैं।
  2. अबू धाबी क्रूड ऑयल पाइपलाइन (ADCOP) एक प्रमुख उदाहरण है।
  3. इराक और कुवैत भी तुर्की और जॉर्डन के माध्यम से विकल्प ढूंढ रहे हैं।

लेकिन फिर भी, दुनिया का एक बड़ा हिस्सा अब भी ईरान Strait of Hormuz पर निर्भर है।

  • हाल की घटनाएं और भविष्य की दिशा

ईरान परमाणु समझौते (JCPOA) को लेकर ईरान और पश्चिमी देशों के बीच बातचीत जारी है। अगर यह समझौता पूरी तरह से लागू होता है तो इससे Strait of Hormuz क्षेत्र में स्थिरता बढ़ सकती है।

दूसरी ओर, नई तकनीकों जैसे ड्रोन, सैटेलाइट निगरानी और बहुराष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा अभियानों के जरिए Strait of Hormuz की निगरानी और सुरक्षा को बेहतर बनाया जा रहा है।

  • निष्कर्ष: Strait of Hormuz की चाबी ईरान के पास

ईरान Strait of Hormuz केवल एक समुद्री मार्ग नहीं है, यह दुनिया की ऊर्जा आपूर्ति का जीवन रेखा है। ईरान की इस जलमार्ग पर पकड़ उसे वैश्विक मंच पर एक रणनीतिक बढ़त देती है।

जहाँ एक ओर ईरान इसे अपनी संप्रभुता का प्रतीक मानता है, वहीं दूसरी ओर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इसे विश्व शांति और ऊर्जा सुरक्षा से जोड़कर देखता है।

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